श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में २ नवंबर १९९० को अयोध्या में अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले भ्राता द्वय राम शरद कोठारी के बलिदान के कुछ दिनों के पश्चात ही कोलकाता में उनके साथी स्वयंसेवकों ने सन् १९९१ में राम शरद कोठारी स्मृति संघ की नींव रखी।
राम शरद के आदर्शों का अनुसरण करते हुए सेवाभावी कार्यों के माध्यम से राम शरद कोठारी स्मृति संघ में अनेक सेवाभावी लोग जुड़ते गए और धीरे धीरे संस्था का स्वरूप वृहद होता गया।
कालांतर में संस्था ने कोलकाता सहित पूरे भारतवर्ष में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई ।
वर्तमान में संस्था के तत्वावधान में प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर राम शरद कोठारी प्रतिभा सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया जाता है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले ३ महानुभावों को संस्था सम्मानित करती है। परम पूजनीय सरसंघचालक मोहन जी भागवत, मा० सरकार्यवाह भैयाजी जोशी, योगी आदित्यनाथ जी जैसे महान व्यक्ति व संतों का हमें विभिन्न कार्यक्रमों में मार्गदर्शन मिलता रहा है।
सेवा भावी कार्यों की कड़ी में संस्था की ओर से प्रति वर्ष बड़े रूप में रक्तदान शिविर एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं। साथ ही जरूरतमंद व्यक्तियों को रक्त उपलब्ध करवाने एवं अनेक बच्चों को पाठ्य पुस्तकें और स्कूल फीस की व्यवस्था भी संस्था की ओर से करवाई जाती है।
भारतीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन हेतु भारतीय नववर्ष, देव दीपावली उत्सव सहित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम संस्था की ओर से आयोजित किए जाते हैं। किसी भी तरह के आपदा की स्थिति में संस्था सदैव जरूरतमंदों की सेवा में तत्पर रहती है। आनेवाले वर्षों में समाज की आवश्यकता अनुसार कुछ स्थायी प्रकल्प भी करने का संकल्प है।
समाज के शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़े रहने के उद्देश्य से संस्था की ओर से प्रत्येक वर्ष सैकड़ों परिवारों में राम नाम पुस्तिका उपलब्ध करवाई जाती है।
अमर बलिदानी राम शरद कोठारी के आदर्शों पर चलते हुए हम राष्ट्र और समाज की सेवा हेतु निरंतर कार्य करते रहें, यही हमारा लक्ष्य है।